Diwali 2025: इस साल कब है दिवाली? जानिए धनतेरस से लेकर भाई दूज तक सभी तिथियां, पूजा मुहूर्त और खास जानकारी

Diwali 2025 का त्योहार भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाएगा। रोशनी का यह पर्व हर किसी के जीवन में खुशियाँ, समृद्धि और नई ऊर्जा लेकर आता है। इस साल Diwali 2025 सोमवार, 20 अक्टूबर 2025 को मनाई जाएगी। पाँच दिनों तक चलने वाला यह पर्व 19 अक्टूबर से 23 अक्टूबर 2025 तक चलेगा, जिसकी शुरुआत धनतेरस से होगी और समापन भाई दूज के साथ होगा।

🌟 Diwali 2025 का महत्व

दीपावली, जिसे दीपोत्सव भी कहा जाता है, हिंदू धर्म का सबसे बड़ा और प्रसिद्ध त्योहार है। यह अंधकार पर प्रकाश की विजय और असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है। इस दिन भगवान श्रीराम के 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौटने की खुशी में लोगों ने दीप जलाए थे।

Diwali 2025

आज के समय में भी यह पर्व खुशियों, परिवार, और नए आरंभ का प्रतीक है। लोग अपने घरों को सजाते हैं, नए कपड़े पहनते हैं, स्वादिष्ट व्यंजन बनाते हैं, और लक्ष्मी-गणेश की पूजा करके धन, सुख और समृद्धि की कामना करते हैं।

🪔 Diwali 2025 की तिथियां और कैलेंडर (Diwali 2025 Calendar)

इस साल दीपावली से जुड़े पाँचों दिनों की तिथियाँ और शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं:

पर्वतिथिदिनशुभ मुहूर्तमहत्व
धनतेरस (Dhanteras)18 अक्टूबर 2025शुक्रवारशाम 07:16 बजे से 08:20 बजे तकइस दिन भगवान धनवंतरि और माँ लक्ष्मी की पूजा होती है। लोग सोना, चांदी या बर्तन खरीदते हैं जिससे घर में समृद्धि आए।
नरक चतुर्दशी (Choti Diwali)20 अक्टूबर 2025सोमवारअभ्यंग स्नान का शुभ समय – सुबह 05:02 से 06:11 तक
लक्ष्मी पूजा मुहूर्त – शाम 07:21 से 08:19 तक
इसे छोटी दिवाली भी कहा जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर राक्षस का वध किया था।
दीवाली / लक्ष्मी पूजा (Main Diwali)21 अक्टूबर 2025मंगलवारलक्ष्मी पूजा मुहूर्त – रात 11:36 से 12:26 तकइस दिन माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। लोग घरों में दीये जलाते हैं और आतिशबाजी करते हैं।
गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja)22 अक्टूबर 2025बुधवारप्रातः 06:26 से 08:42 तकयह पर्व भगवान कृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने की याद में मनाया जाता है। लोग अन्नकूट बनाकर पूजा करते हैं।
भाई दूज (Bhai Dooj)23 अक्टूबर 2025गुरुवारदोपहर 02:10 से 04:24 बजे तकभाई-बहन के स्नेह का पर्व। बहनें भाइयों की आरती कर उनके दीर्घायु की कामना करती हैं।

💰 धनतेरस 2025 का महत्व

धनतेरस से दिवाली की शुरुआत होती है। इस दिन भगवान धनवंतरि, जो आयुर्वेद के देवता हैं, का जन्म हुआ था। लोग इस दिन सोना, चांदी, तांबा या स्टील जैसी धातुएँ खरीदते हैं ताकि घर में शुभता और समृद्धि बनी रहे।
शाम को दीपक जलाकर घर के मुख्य द्वार पर “शुभ लाभ” और “स्वस्तिक” के चिन्ह बनाए जाते हैं।

🌅 छोटी दिवाली 2025 – नरक चतुर्दशी का पर्व

नरक चतुर्दशी, जिसे छोटी दिवाली भी कहते हैं, मुख्य दिवाली से एक दिन पहले मनाई जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर राक्षस का वध किया था, जिससे लोगों को बंधन और भय से मुक्ति मिली।
इस दिन सुबह जल्दी उठकर तेल स्नान (अभ्यंग स्नान) करने का विशेष महत्व है। इसे आत्मशुद्धि का प्रतीक माना जाता है।

🕯️ Diwali 2025 – लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त

Diwali 2025 का सबसे पवित्र समय लक्ष्मी पूजा का होता है। इस साल लक्ष्मी पूजा का मुहूर्त रात 11:36 बजे से 12:26 बजे तक रहेगा।
इस समय माँ लक्ष्मी की आराधना करने से घर में धन, सुख और सफलता आती है। पूजा के दौरान गणेश जी, माँ लक्ष्मी और कुबेर देव की पूजा एक साथ करनी चाहिए।
लोग अपने घरों को दीयों और लाइट्स से सजाते हैं, मिठाइयाँ बांटते हैं और पटाखे जलाकर खुशियाँ मनाते हैं।

🌾 गोवर्धन पूजा 2025

दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा मनाई जाती है। यह पर्व भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाकर इंद्र देव के प्रकोप से ब्रजवासियों की रक्षा करने की याद में मनाया जाता है।
लोग इस दिन अन्नकूट बनाते हैं — जिसमें विभिन्न प्रकार के पकवान भगवान को अर्पित किए जाते हैं। यह प्रकृति और कृषि के प्रति आभार व्यक्त करने का दिन है।

👩‍❤️‍👨 भाई दूज 2025

पाँचवें और अंतिम दिन मनाया जाने वाला भाई दूज भाई-बहन के प्रेम और स्नेह का प्रतीक है।
इस दिन बहनें अपने भाइयों की आरती उतारती हैं, तिलक लगाती हैं, और उनके सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। भाई बहनों को उपहार देते हैं और रक्षा का वचन निभाते हैं।

🎉 Diwali 2025 कैसे मनाएँ?

आज के समय में Diwali 2025 सिर्फ पूजा तक सीमित नहीं रही — यह परिवार, दोस्तों और समाज को जोड़ने का भी माध्यम बन गई है।
कुछ आधुनिक तरीक़े जिनसे आप दिवाली को खास बना सकते हैं:

  • घर को eco-friendly दीयों और LED लाइट्स से सजाएँ।
  • प्लास्टिक-मुक्त सजावट अपनाएँ।
  • बुजुर्गों और जरूरतमंदों को मिठाई या कपड़े दान करें।
  • बच्चों को दिवाली का आध्यात्मिक महत्व बताएं।
  • Green Crackers का उपयोग करें ताकि पर्यावरण सुरक्षित रहे।

🌙 Diwali 2025 की अमावस्या और विशेष योग

Diwali 2025 की अमावस्या तिथि 20 अक्टूबर 2025 शाम 3:44 बजे से शुरू होकर 21 अक्टूबर शाम 5:54 बजे तक रहेगी।
इस समय को आध्यात्मिक साधना और पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।

✨ निष्कर्ष

Diwali 2025 सिर्फ एक त्योहार नहीं बल्कि आत्मविश्वास, प्रकाश और सकारात्मकता का उत्सव है।
इस बार जब आप दीये जलाएँ, तो सिर्फ घर ही नहीं बल्कि अपने मन के अंधकार को भी मिटाएँ।
माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश की कृपा से आपका जीवन खुशियों और सफलता से भरा रहे।

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