परिचय
ओडिशा का ऐतिहासिक शहर Odisha Cuttack हमेशा से अपनी सांस्कृतिक धरोहर और सामाजिक एकता के लिए जाना जाता है। इसे “सिल्वर सिटी” भी कहा जाता है क्योंकि यहाँ की चांदी की नक्काशी विश्वभर में प्रसिद्ध है। दुर्गा पूजा की भव्यता और चांदी की मढ़ी प्रतिमाएँ इस शहर की पहचान हैं। लेकिन हाल ही में इस शहर ने ऐसी घटना देखी जिसने इसकी शांत छवि को हिला दिया। दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान हुई झड़प ने हिंसा का रूप ले लिया और प्रशासन को कर्फ्यू व इंटरनेट बैन जैसे कठोर कदम उठाने पड़े।
कटक हिंसा कैसे शुरू हुई?
हिंसा की शुरुआत शनिवार तड़के हुई जब दुर्गा पूजा विसर्जन की शोभायात्रा दर्गाह बाज़ार इलाके से गुजर रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रात के करीब 1:30 बजे स्थानीय लोगों ने ऊँची आवाज़ में बज रहे डीजे और बैंड पर आपत्ति जताई। मामूली विवाद धीरे-धीरे हिंसक झड़प में बदल गया। छतों से पत्थर और बोतलें फेंकी गईं, और जुलूस में शामिल लोगों ने भी जवाबी हमला किया।

इस झड़प में कई लोग घायल हो गए जिनमें Odisha Cuttack के पुलिस उप आयुक्त (DCP) ऋषिकेश धन्यदेव खिलारी भी शामिल थे। हालात काबू में लाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
इंटरनेट बैन और कर्फ्यू का ऐलान
स्थिति बिगड़ने के बाद प्रशासन ने अफवाहों को रोकने और माहौल शांत करने के लिए कड़ा कदम उठाया।
- पूरे Odisha Cuttack शहर में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएँ बंद कर दी गईं।
- यह बैन Cuttack Municipal Corporation, CDA और 42 मौज़ा क्षेत्र में लागू हुआ।
- सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म जैसे व्हाट्सऐप, फेसबुक और इंस्टाग्राम पूरी तरह बंद कर दिए गए।
- 13 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू की गई और 36 घंटे का कर्फ्यू लगाया गया।
संवेदनशील इलाकों जैसे दर्गाह बाज़ार, गौरीशंकर पार्क और बिद्याधरपुर में भारी पुलिस बल के साथ CAPF के जवान भी तैनात किए गए।
रविवार को बढ़ा तनाव
शनिवार की हिंसा के बाद भी हालात सामान्य नहीं हो पाए। रविवार को विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने मोटरसाइकिल रैली निकाली, जबकि प्रशासन ने पहले ही पाबंदी लगाई थी। यह रैली दर्गाह बाज़ार से होकर गुज़री, जो पहले से तनावग्रस्त इलाका था। इस दौरान कई CCTV कैमरे तोड़े गए और कुछ दुकानों में आगज़नी व तोड़फोड़ हुई। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करके भीड़ को तितर-बितर किया।
मुख्यमंत्री और नेताओं की प्रतिक्रिया
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस घटना को गंभीर बताते हुए शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि Odisha Cuttack हमेशा से भाईचारे का शहर रहा है, लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। मुख्यमंत्री ने घायलों को मुफ्त इलाज का आदेश दिया और कड़े कदम उठाने का आश्वासन दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेडी अध्यक्ष नवीन पटनायक ने इसे प्रशासन की विफलता बताया और कहा कि भाजपा सरकार की वजह से पुलिस व्यवस्था कमजोर पड़ी है। वहीं कांग्रेस विधायक सोफिया फिरदौस ने कहा कि कटक में पिछले 500 वर्षों से दुर्गा पूजा मिलजुलकर मनाई जाती रही है और इस पर आंच नहीं आने दी जाएगी।
राजनीतिक असर और बंद का ऐलान
- VHP ने सोमवार को 12 घंटे का बंद बुलाया और प्रशासन को हिंसा रोकने में नाकाम बताया।
- भाजपा सरकार ने असामाजिक तत्वों को जिम्मेदार ठहराया।
- बीजेडी और कांग्रेस ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की और इसे Odisha Cuttack की सामाजिक एकता पर हमला बताया।
पुलिस और प्रशासन की सख्ती
हिंसा के बाद पुलिस और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट पर है। DGP ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और स्थिति की समीक्षा की।
- मूर्ति विसर्जन गतिविधियों को सुरक्षा के बीच पूरा किया गया।
- कुल 120 मूर्तियों का शांतिपूर्ण विसर्जन कराया गया।
- पुलिस ने साफ कर दिया कि कानून तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
Odisha Cuttack की सांस्कृतिक पहचान
कटक सिर्फ प्रशासनिक दृष्टि से नहीं, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी बेहद खास है। इसे Silver City कहा जाता है और यहाँ की फिलिग्री सिल्वर वर्क दुनिया भर में प्रसिद्ध है। दुर्गा पूजा यहाँ की सबसे बड़ी पहचान है, जिसमें चांदी से सजी हुई प्रतिमाएँ लाखों पर्यटकों को आकर्षित करती हैं।
इसलिए यहाँ हिंसा की घटनाएँ सिर्फ लोगों को डराती ही नहीं, बल्कि इस शहर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत पर भी सवाल खड़ा करती हैं।
निष्कर्ष
Odisha Cuttack हमेशा से भाईचारे और एकता का प्रतीक रहा है। हाल की हिंसा ने इस छवि को धक्का ज़रूर पहुँचाया है, लेकिन प्रशासन और समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है कि शांति बहाल हो। कटक की पहचान उसकी संस्कृति और सद्भाव में है और यही इसकी असली ताकत है।
पूरी जानकारी पाने के लिए यहाँ क्लिक करें और अधिक जानकारी और टेक्नोलॉजी से जुड़ी ख़बरों के लिए हमारा ब्लॉग को follow करे।
FAQs: Odisha Cuttack हिंसा
Q 1. ओडिशा कटक में हिंसा कब शुरू हुई?
ओडिशा कटक में हिंसा शनिवार तड़के लगभग 1:30 बजे दरगाह बाज़ार इलाके में दुर्गा पूजा विसर्जन जुलूस के दौरान शुरू हुई।
Q 2. ओडिशा कटक में इंटरनेट क्यों बंद कर दिया गया?
अफवाहों को फैलने से रोकने और कानून-व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए ओडिशा कटक में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएँ बंद कर दी गईं।
Q 3. कटक में हुई झड़पों में कितने लोग घायल हुए?
कटक के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) सहित 25 से ज़्यादा लोग घायल हुए।
Q 4. हिंसा के बाद ओडिशा सरकार ने क्या कदम उठाए?
ओडिशा सरकार ने कटक में शांति बहाल करने के लिए 36 घंटे का कर्फ्यू लगा दिया, इंटरनेट सेवाएँ बंद कर दीं और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के साथ भारी पुलिस बल तैनात कर दिया।
Q 5. ओडिशा कटक सांस्कृतिक रूप से क्यों महत्वपूर्ण है?
ओडिशा कटक ओडिशा के सबसे पुराने शहरों में से एक है, जिसे अपनी प्रसिद्ध चांदी की कारीगरी के लिए “सिल्वर सिटी” के नाम से भी जाना जाता है। यह चांदी से सजी मूर्तियों के साथ भव्य दुर्गा पूजा समारोहों के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है।
