Cough Syrup Deaths – मध्यप्रदेश में बच्चों की मौतें और चेतावनी

परिचय

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में हाल ही में हुई एक त्रासदी ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है, जहाँ कथित तौर पर ColdRif Cough Syrup Deaths के दूषित होने से 11 बच्चों की जान चली गई। इस घटना ने पूरे भारत में बच्चों के लिए उपलब्ध दवाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएँ पैदा कर दी हैं।

इसके जवाब में, अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई की है: एक डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया है और मामले की जाँच के लिए एक विशेष जाँच दल (SIT) का गठन किया गया है।

छिंदवाड़ा में क्या हुआ?

अधिकारियों के अनुसार, ज़्यादातर प्रभावित बच्चों का इलाज डॉ. प्रवीण सोनी के निजी क्लिनिक में हुआ था। उन्होंने कथित तौर पर सितंबर की शुरुआत में सामान्य सर्दी-ज़ुकाम और बुखार के लक्षण दिखाने वाले बच्चों को कोल्डरिफ़ कफ सिरप लिखने की सलाह दी थी।

Cough Syrup Deaths

शुरुआत में, बच्चों में सुधार के संकेत दिखे, लेकिन कुछ दिनों बाद उनकी हालत बिगड़ गई। पेशाब कम होने और किडनी में संक्रमण के कारण कई बच्चों की मौत हो गई। किडनी की बायोप्सी में डायएथिलीन ग्लाइकॉल नामक एक अत्यधिक विषैला रसायन पाया गया, जो निगलने पर जानलेवा हो सकता है।

Cough Syrup का निर्माण कौन कर रहा था?

ColdRif syrup का निर्माण तमिलनाडु के कांचीपुरम स्थित Sresan Pharmaceuticals ने किया था।

  • सरकार के परीक्षण में पाया गया कि सिरप में 48.6% Diethylene Glycol था।
  • तमिलनाडु ड्रग कंट्रोल ने इसे “Not of Standard Quality” घोषित किया।
  • इसके चलते Nextro-DS जैसी अन्य कफ सिरप की बिक्री भी अस्थायी रूप से रोक दी गई।

सरकारी प्रतिक्रिया

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इसे अत्यंत दुखद बताते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया।

उन्होंने कहा:

“छिंदवाड़ा में ColdRif सिरप से बच्चों की मौतें बेहद दुखद हैं। इस सिरप की बिक्री पूरे प्रदेश में प्रतिबंधित कर दी गई है। जो भी दोषी हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।”

साथ ही उन्होंने तमिलनाडु सरकार से दवा के परीक्षण की मांग की और राज्य स्तर पर जांच टीम का गठन किया गया।

केरल की प्रतिक्रिया

केरल ने भी सावधानी के तौर पर ColdRif syrup की बिक्री और वितरण पर रोक लगा दी, हालांकि यह बैच राज्य में नहीं पहुंचा था।

स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने कहा कि सभी वितरकों को तुरंत दवा की बिक्री बंद करने का निर्देश दिया गया है।

प्रदूषण का कारण

चिकित्सा अधिकारियों के अनुसार, Chennai Drug Testing Laboratory में किए गए परीक्षण में दवा में Diethylene Glycol पाया गया। यह पदार्थ अत्यंत जहरीला है और सेवन करने पर जानलेवा हो सकता है।

इस घटना ने पूरे देश में कफ सिरप की सुरक्षा मानकों पर गंभीर चिंता पैदा कर दी है।

Cough Syrup Deaths: बच्चों और परिवारों के लिए खतरा

  • बच्चों में किडनी की समस्या और ऑर्गन फेल्योर का खतरा।
  • सामान्य जुकाम और बुखार के लिए भी घातक साबित हो सकता है।
  • घर पर उपलब्ध सिरपों के इस्तेमाल में सतर्कता जरूरी।

सरकारी उपाय और भविष्य में सुरक्षा

  1. SIT जांच: दोषी कंपनी और डॉक्टर की पूरी जांच।
  2. सख्त नियम: दवा निर्माण और वितरण में सुरक्षा मानकों का पालन।
  3. लैब परीक्षण: बाजार में उपलब्ध सिरप की नियमित जांच।
  4. जनता को जागरूक करना: माता-पिता को चेतावनी और जानकारी।

सावधानी के सुझाव

  • किसी भी सिरप का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना न करें।
  • बच्चों के इलाज में घरेलू नुस्खों और सुरक्षित दवाओं का इस्तेमाल करें।
  • संदिग्ध सिरप के बारे में तुरंत स्थानीय स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें।
  • दवा की पैकेजिंग और निर्माण की तारीख हमेशा जांचें।

मुख्य तथ्य और डेटा: Cough Syrup Deaths

  1. मृत बच्चों की संख्या:
    छिंदवाड़ा, मध्यप्रदेश में अब तक 11 बच्चों की मौत हो चुकी है, जिनकी उम्र 2 से 10 साल के बीच बताई जा रही है।
  2. संभावित कारण:
  • इन मौतों का कारण माना जा रहा है ColdRif cough syrup में पाए गए Diethylene Glycol (48.6%) का अत्यधिक जहरीला स्तर।
  • यह रासायनिक पदार्थ किडनी और लीवर पर गंभीर असर डालता है।
  1. कौन जिम्मेदार:
  • डॉक्टर प्रवीण सोनी, जिन्होंने बच्चों को ColdRif सिरप दिया।
  • Sresan Pharmaceuticals, तमिलनाडु की दवा निर्माता कंपनी।
  1. सरकारी कार्रवाई:
  • डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया।
  • SIT (Special Investigation Team) का गठन किया गया।
  • ColdRif और Nextro-DS जैसी अन्य सिरप की बिक्री और वितरण पर रोक।
  1. राज्यों की प्रतिक्रिया:
  • मध्यप्रदेश: सभी बैच की बिक्री पर रोक।
  • केरल: बिक्री रोक और सभी वितरकों को स्टॉक हटाने का आदेश।
  1. सुरक्षा सुझाव:
  • बच्चों को सिरप सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर दें।
  • दवा की पैकेजिंग, मैन्युफैक्चरिंग डेट और बैच नंबर की जांच करें।
  • किसी भी संदिग्ध सिरप की जानकारी तुरंत स्वास्थ्य विभाग को दें।
  1. जागरूकता:
  • माता-पिता और परिवारों को “cough syrup deaths” जैसी घटनाओं से सचेत रहना चाहिए।
  • बच्चों की सामान्य बीमारी के लिए सुरक्षित और प्रमाणित दवाओं का इस्तेमाल करें।

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निष्कर्ष

मध्य प्रदेश में Cough Syrup Deaths बच्चों की सुरक्षा और दवा विनियमन के महत्व की एक स्पष्ट याद दिलाती हैं। माता-पिता और देखभाल करने वालों को सावधानी बरतनी चाहिए, आधिकारिक दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए, और किसी भी चिकित्सा वापसी या चेतावनी के बारे में जानकारी रखनी चाहिए।

यह घटना दवा उद्योग, नियामकों और समाज के लिए एक सबक होनी चाहिए कि वे सुरक्षा को सर्वोपरि रखें।

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FAQ: Cough Syrup Deaths

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न: कफ सिरप से मौतें

Q 1. कोल्डरिफ़ सिरप में क्या पाया गया?
उत्तर 1. सिरप में डायएथिलीन ग्लाइकॉल था, जो एक अत्यधिक विषैला पदार्थ है।

Q 2. कितने बच्चे प्रभावित हुए?
उत्तर 2. मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में 11 बच्चों की दुखद मृत्यु हो गई।

Q 3. इसके लिए कौन ज़िम्मेदार है?
उत्तर 3. डॉ. प्रवीण सोनी और श्रीसन फार्मास्युटिकल्स की जाँच चल रही है।

Q 4. क्या दूषित सिरप केरल पहुँचा?
उत्तर 4. नहीं, लेकिन अधिकारियों ने एहतियात के तौर पर इसकी बिक्री रोक दी है।

Q 5. भविष्य में ऐसी घटनाओं को कैसे रोका जा सकता है?
उत्तर 5. सख्त गुणवत्ता जाँच, सरकारी नियमों का पालन और जन जागरूकता बढ़ाना महत्वपूर्ण है।

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