M&S TCS Cyberattack: M&S ने साइबर हमले के बाद TCS से अनुबंध समाप्त किया, रिपोर्ट का दावा; TCS ने दी सफाई – “हम M&S को साइबर सुरक्षा सेवाएं नहीं देते”

M&S TCS Cyberattack ब्रिटेन की प्रसिद्ध रिटेल कंपनी Marks & Spencer (M&S) और भारतीय आईटी दिग्गज Tata Consultancy Services (TCS) के बीच अनुबंध समाप्त होने की खबर ने तकनीकी जगत में हलचल मचा दी है।
रिपोर्टों में दावा किया गया है कि M&S TCS Cyberattack M&S ने साइबर हमले के बाद TCS से अनुबंध समाप्त किया, लेकिन TCS ने इस रिपोर्ट को गलत, भ्रामक और तथ्यात्मक रूप से असत्य बताया है।

TCS ने स्पष्ट रूप से कहा है —

“हम M&S को साइबर सुरक्षा सेवाएं नहीं देते। यह सेवा किसी अन्य पार्टनर द्वारा प्रदान की जाती है।”

🔹 M&S TCS Cyberattack TCS का आधिकारिक बयान

TCS ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में दायर अपने बयान में कहा कि मीडिया में चल रही रिपोर्टें “तथ्यात्मक रूप से गलत और भ्रामक” हैं।
कंपनी ने कहा कि M&S TCS Cyberattack M&S के साथ उसका सर्विस डेस्क अनुबंध अप्रैल 2025 में हुए साइबर हमले से पहले ही समाप्त हो गया था, और यह नियमित प्रतिस्पर्धी निविदा प्रक्रिया (RFP) का हिस्सा था।

🔹 ब्रिटिश मीडिया रिपोर्ट पर TCS की प्रतिक्रिया

यह विवाद तब शुरू हुआ जब ब्रिटिश अखबार ‘द टेलीग्राफ’ ने 26 अक्टूबर 2025 को एक रिपोर्ट प्रकाशित की जिसका शीर्षक था —इस पर प्रतिक्रिया देते हुए TCS ने अपने बयान में कहा कि यह रिपोर्ट “भ्रामक है और अनुबंध के आकार एवं M&S के साथ चल रहे कार्यों के बारे में गलत जानकारी देती है।

कंपनी ने यह भी दोहराया कि M&S TCS Cyberattack M&S के साथ कई अन्य रणनीतिक प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है

🔹 TCS की साइबर हमले पर सफाई

TCS ने साइबर हमले को लेकर कहा कि उसने अपने नेटवर्क और सिस्टम की पूरी तरह से स्कैनिंग की है और यह निष्कर्ष निकाला है कि

“हमारे सिस्टम से कोई भी कमजोरी उत्पन्न नहीं हुई।”कंपनी ने दोहराया —“हम M&S को साइबर सुरक्षा सेवाएं नहीं देते। यह काम किसी अन्य साइबर सिक्योरिटी पार्टनर द्वारा किया जाता है।”

🔹 M&S TCS Cyberattack M&S पर साइबर हमला – क्या हुआ था?

अप्रैल 2025 में Marks & Spencer (M&S) पर एक बड़े साइबर हमले का सामना करना पड़ा था।
इस हमले के चलते कंपनी की ऑनलाइन शॉपिंग सेवाएँ हफ्तों तक ठप रहीं।
ग्राहकों ने बताया कि कॉन्टैक्टलेस पेमेंट, ऑनलाइन ऑर्डरिंग और ‘क्लिक एंड कलेक्ट’ सेवाएँ बंद हो गई थीं।

रिपोर्टों के अनुसार, जून 2025 में M&S के CEO स्टुअर्ट माचिन को DragonForce नामक हैकिंग ग्रुप से ईमेल मिला।
यह ईमेल एक कर्मचारी के अकाउंट से भेजा गया था, जिसमें कहा गया था कि कंपनी के सर्वर को रैनसमवेयर के ज़रिए एन्क्रिप्ट कर दिया गया है

इस हमले में हैकर्स ने डबल एक्सटॉर्शन तकनीक का इस्तेमाल किया —
पहले उन्होंने एक सोशल इंजीनियरिंग कॉल के ज़रिए सिस्टम तक पहुंच बनाई, फिर संवेदनशील ग्राहक डेटा चोरी किया, और अंत में रैनसमवेयर लॉन्च करके सर्वर लॉक कर दिए, जिसके बाद उन्होंने फिरौती मांगी।

🔹 M&S TCS Cyberattack हमले का वित्तीय असर

इस साइबर हमले नेM&S TCS Cyberattack M&S की सालाना कमाई पर बड़ा असर डाला।
कंपनी को अनुमानित रूप से £300 मिलियन (करीब ₹3200 करोड़) का नुकसान हुआ।
लगभग 46 दिनों तक ऑनलाइन ऑर्डर बंद रहे,

🔹M&S TCS Cyberattack TCS और M&S के बीच मौजूदा संबंध

TCS ने अपने बयान में कहा कि वह अब भी M&S की कई तकनीकी परियोजनाओं पर एक रणनीतिक भागीदार के रूप में काम कर रही है।
कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि साइबर हमला TCS से संबंधित नहीं था, और वह अपनी साइबर सुरक्षा नीतियों और सिस्टम की मजबूती को लेकर पूरी तरह आश्वस्त है।

🔹 निष्कर्ष

इस पूरे विवाद का सार यह है कि M&S TCS Cyberattack M&S ने साइबर हमले के बाद TCS से अनुबंध समाप्त किया — यह दावा मीडिया रिपोर्टों में किया गया था,
लेकिन TCS ने इसे सिरे से खारिज कर दिया।कंपनी का कहना है कि अनुबंध हमले से पहले की नियमित प्रक्रिया के तहत समाप्त हुआ, और

“हम M&S को साइबर सुरक्षा सेवाएं नहीं देते — यह किसी अन्य पार्टनर की ज़िम्मेदारी है।”TCS ने जोर देकर कहा कि वह M&S TCS Cyberattack M&S की एक दीर्घकालिक और रणनीतिक साझेदार बनी हुई है, और दोनों कंपनियाँ भविष्य की परियोजनाओं पर साथ काम करती रहेंगी।

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