Amitabh Kant as independent director
इंफ्रास्ट्रक्चर दिग्गज कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (Larsen & Toubro – L&T) ने बुधवार को घोषणा की कि कंपनी के बोर्ड ने पूर्व G20 शेर्पा और नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत को नॉन-एक्जिक्यूटिव, स्वतंत्र निदेशक (Independent Director) के रूप में नियुक्त करने को मंजूरी दे दी है।
कंपनी ने बताया कि Amitabh Kant as independent director की नियुक्ति बुधवार (29 अक्टूबर 2025) से प्रभावी होगी और वे पांच साल की अवधि के लिए इस पद पर बने रहेंगे। उनका कार्यकाल 29 अक्टूबर 2025 से 28 अक्टूबर 2030 तक रहेगा, जो शेयरधारकों की मंजूरी के अधीन है।
एलएंडटी का बयान
एलएंडटी ने बीएसई (BSE) को दी गई फाइलिंग में कहा —
“कंपनी के निदेशक मंडल की आज, 29 अक्टूबर 2025 को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि श्री अमिताभ कांत को नॉन-एक्जिक्यूटिव, स्वतंत्र निदेशक (Additional Director) के रूप में 5 वर्ष की अवधि के लिए नियुक्त किया जाए।”
कई कंपनियों के बोर्ड में शामिल
यह पहला मौका नहीं है जब Amitabh Kant as independent director किसी बड़ी कंपनी के साथ जुड़े हैं।
पिछले महीने, आईटी कंपनी HCL Technologies ने भी उन्हें स्वतंत्र निदेशक के रूप में नियुक्त किया था।
सितंबर 2025 में, एयरलाइन कंपनी इंडिगो (IndiGo) ने भी नागरिक उड्डयन मंत्रालय से सुरक्षा मंजूरी मिलने के बाद उन्हें अपने बोर्ड में “अतिरिक्त निदेशक” के रूप में जोड़ा था।
इसके अलावा, कनाडाई अरबपति प्रेम वत्सा की कंपनी Fairfax Financial Holdings Ltd ने भी उन्हें सीनियर एडवाइजर (Senior Advisor) के रूप में नियुक्त किया है।
अमिताभ कांत का प्रशासनिक करियर
अमिताभ कांत 1980 बैच के केरल कैडर के सेवानिवृत्त IAS अधिकारी हैं। उन्होंने अपने 45 वर्षों के सरकारी करियर में कई अहम पदों पर काम किया और देश की नीतियों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
वे भारत के G20 शेर्पा जुलाई 2022 में नियुक्त किए गए थे, जब भारत G20 अध्यक्षता संभालने की तैयारी कर रहा था।
जून 2025 में उन्होंने इस पद से इस्तीफा दिया, जिसके बाद वे निजी क्षेत्र में नई भूमिकाएं निभा रहे हैं।
‘My New Journey’ – अमिताभ कांत का संदेश
अमिताभ कांत ने अपने लिंक्डइन पोस्ट “My New Journey” में लिखा —
“45 वर्षों की समर्पित सरकारी सेवा के बाद, मैंने जीवन में नए अवसरों को अपनाने का निर्णय लिया है। मैं भारत के प्रधानमंत्री का आभारी हूं जिन्होंने मेरा इस्तीफा स्वीकार किया और मुझे देश के विकास और प्रगति में योगदान देने का अवसर दिया।”
Amitabh Kant as Independent Director: कॉरपोरेट जगत में एक और अहम भूमिका
पूर्व नीति आयोग सीईओ और भारत के G20 शेर्पा रहे अमिताभ कांत अब भारतीय उद्योग जगत में एक और बड़ी भूमिका निभाने जा रहे हैं। एलएंडटी (Larsen & Toubro) के बोर्ड में Amitabh Kant as independent director की नियुक्ति इस बात का संकेत है कि कंपनी अपने रणनीतिक और नीतिगत फैसलों में अनुभवी नेतृत्व पर भरोसा कर रही है।
एलएंडटी देश की सबसे बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर और इंजीनियरिंग कंपनियों में से एक है, जिसका काम ऊर्जा, मैन्युफैक्चरिंग, कंस्ट्रक्शन और टेक्नोलॉजी सेक्टर तक फैला है। अमिताभ कांत के पास नीति निर्धारण, निवेश प्रोत्साहन और औद्योगिक विकास का चार दशक से अधिक का अनुभव है, जो एलएंडटी की दीर्घकालिक रणनीति को मज़बूती देगा।
कंपनी विशेषज्ञों का मानना है कि Amitabh Kant as independent director के रूप में उनकी मौजूदगी से एलएंडटी को वैश्विक स्तर पर नए अवसरों और साझेदारियों को खोजने में मदद मिलेगी। वे न केवल शासन और नीति निर्माण के जानकार हैं, बल्कि “Make in India” और “Startup India” जैसे अभियानों के सूत्रधार भी रहे हैं।
अमिताभ कांत ने अपने सरकारी करियर के दौरान कई अहम परियोजनाओं को आगे बढ़ाया, जिनमें केरल का पर्यटन अभियान “God’s Own Country” और राष्ट्रीय स्तर पर “Incredible India” ब्रांडिंग शामिल है।
उनकी रणनीतिक सोच और नवाचार-आधारित दृष्टिकोण एलएंडटी के लिए मूल्यवान साबित हो सकता है, खासकर उस समय जब भारत तेजी से इंफ्रास्ट्रक्चर और टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
निष्कर्ष
Amitabh Kant as independent director की नियुक्ति एलएंडटी जैसी प्रतिष्ठित कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
उनका अनुभव, नीति निर्माण में गहराई और वैश्विक मंच पर भारत के प्रतिनिधित्व की क्षमता, कंपनी की रणनीतिक दिशा और शासन को और मजबूत बनाएगी।
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